इम्पोर्टर्स के लिए लेटर ऑफ क्रेडिट (LC): क्या यह घरेलू खरीदारी में भी उपयोग होता है?

लेटर ऑफ क्रेडिट (LC): क्या आपका पेमेंट अटका रहता है?

लेटर ऑफ क्रेडिट (LC) एक वित्तीय दस्तावेज़ है जो आयातकों और निर्यातकों के बीच लेन-देन को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाता है। यह विशेष रूप से इंटरनेशनल ट्रेड में उपयोग होता है लेकिन कभी-कभी घरेलू लेन-देन में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। चलिए इसके बारे में विस्तार से समझते हैं।


लेटर ऑफ क्रेडिट (LC) क्या है? (What is Letter of Credit – LC?)

लेटर ऑफ क्रेडिट एक लिखित गारंटी होती है जो बैंक द्वारा जारी की जाती है। इसमें बैंक यह आश्वासन देता है कि यदि खरीदार (आयातक) अपने भुगतान की शर्तों को पूरा नहीं कर पाता है, तो बैंक विक्रेता (निर्यातक) को भुगतान करेगा।

उदाहरण: यदि एक भारतीय कंपनी चीन से मशीनरी मंगवाती है और पेमेंट LC के माध्यम से करती है, तो बैंक यह सुनिश्चित करता है कि यदि भारतीय कंपनी भुगतान करने में असमर्थ रहती है तो बैंक विक्रेता को भुगतान करेगा।


लेटर ऑफ क्रेडिट के प्रकार (Types of Letter of Credit)

  1. रेवोकबल LC (Revocable LC):
    • इसे कभी भी रद्द या संशोधित किया जा सकता है।
    • बहुत कम उपयोग होता है क्योंकि इसमें विक्रेता के लिए सुरक्षा कम होती है।
  2. इररेवोकबल LC (Irrevocable LC):
    • इसे बिना सभी संबंधित पक्षों की सहमति के संशोधित या रद्द नहीं किया जा सकता।
    • व्यापार में सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाला LC।
  3. साइट LC (Sight LC):
    • दस्तावेज़ जमा करने पर तुरंत भुगतान किया जाता है।
  4. डेफर्ड पेमेंट LC (Deferred Payment LC):
    • भुगतान एक निश्चित अवधि के बाद किया जाता है।
  5. कन्फर्म्ड LC (Confirmed LC):
    • इसमें एक तीसरा बैंक भी शामिल होता है जो भुगतान की गारंटी देता है।

लेटर ऑफ क्रेडिट कैसे काम करता है? (How Does LC Work?)

  1. आयातक और निर्यातक के बीच समझौता होता है।
  2. आयातक अपने बैंक (जारीकर्ता बैंक) से LC जारी करने के लिए आवेदन करता है।
  3. जारीकर्ता बैंक निर्यातक के बैंक (सलाहकार बैंक) को LC भेजता है।
  4. निर्यातक माल भेजता है और आवश्यक दस्तावेज़ जमा करता है।
  5. बैंक दस्तावेज़ों की पुष्टि करता है और भुगतान जारी करता है।

क्या लेटर ऑफ क्रेडिट घरेलू खरीदारी में उपयोग होता है? (Is LC Used for Domestic Buying?)

हाँ, लेटर ऑफ क्रेडिट घरेलू लेन-देन में भी इस्तेमाल हो सकता है, विशेषकर:

  1. बड़े बिज़नेस ट्रांजेक्शन्स में।
  2. खरीदार और विक्रेता के बीच विश्वास की कमी हो तो।
  3. जहां समय पर भुगतान सुनिश्चित करना आवश्यक हो।

लेकिन यह आमतौर पर इंटरनेशनल ट्रेड में ही ज्यादा प्रचलित है।


लेटर ऑफ क्रेडिट के लाभ (Benefits of Letter of Credit)

  1. सुरक्षा: विक्रेता को भुगतान की गारंटी मिलती है।
  2. व्यापार में विश्वास बढ़ता है।
  3. वित्तीय जोखिम कम होता है।
  4. पेमेंट के नियम स्पष्ट होते हैं।

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